लखनऊ। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के द्वारा जो आज बजट पारित किया गया है वह बजट विशेष करके बड़े उद्योगपतियों को लाभान्वित करने के लिए किया गया है,इसमें मध्यम एवं लघु वर्ग के व्यापारियों को कोई लाभ नहीं मिलेगा,सामाजिक उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष रामबाबू रस्तोगी ने देश के व्यापारियों के हित में अपनी मांगे रखी है,जो निम्नलिखित है।
1- व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए जीएसटी के तहत टैक्स के केवल 3 स्लैब ही होने चाहिए 5%, 10%, 15% तक।
2- पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाया जाना चाहिए ऐसा मा.प्रधानमंत्री जी के द्वारा कहा गया था।
3- करदाता वरिष्ठ व्यापारियों को पेंशन की सुविधा लागू होना चाहिए।
4- अन्नदाता किसानों के प्रयोग में आने वाले ट्रैक्टर, सभी कृषि उपकरण, बीज, खाद्य इत्यादि पर जी.एस.टी शून्य करते हुए अनाज की एमएसपी को बढ़ाना चाहिए ताकि किसानों को लाभ मिल सके।
5- व्यापारी राहत कोष का निर्माण 500 करोड़ का होना चाहिए, जिससे अगर किसी व्यापारी बंधु के यहाँ हत्या, लूट, चोरी, डकैती या राहजनी हो जाती है तो उसको व्यापार करने के लिए तत्काल व्यापारी राहत कोष से मुआवजा देना चाहिए जब पुलिस के द्वारा माल की बरामदगी किया जाय तब उसी पैसे से सरकार के पैसे की वापसी हो।
6- पंजीकृत व्यापारियों की नि:शुल्क व्यापारी दुर्घटना बीमा की राशि रु.10 लाख से बढ़ाकर रु.20 लाख किया जाए।