रक्षाबंधन इस बार 6 शुभ संयोग में है , लेकिन भद्रा का साया कहीं डाल ना दे त्योहार पर बुरी नजर, आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा से रक्षाबंधन के दिन कौन-कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं. साथ ही जानिए भद्राकाल में राखी बांध सकते हैं या नहीं।
शुभ मुहूर्त और भद्राकाल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त को ही मनाया जाने वाला है, इसके लिए सुबह 3 बजकर 04 मिनट पर शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा और रात 11 बजकर 55 मिनट तक इस त्योहार को मनाया जा सकेगा, लेकिन इसी दिन भद्राकाल भी होने जा रहा है, जिसका समय सुबह 5 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर दोपहर 1 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।क्योंकि भद्राकाल को शुभ नहीं माना जाता, ऐसे में इस समय के दौरान बहनों को अपने भाई को राखी नहीं बांधनी चाहिए।
रक्षाबंधन 2024 राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा जो रात 9 बजकर 08 मिनट तक रहेगा. बता दें कि ये शुभ मुहूर्त 7 घंटे से अधिक समय तक रहेगा।
6 शुभ संयोग
इस बार रक्षाबंधन पर 6 शुभ संयोग भी बन रहे हैं. पहला सावन का सोमवार भगवान शिव की भी इस दिन विशेष कृपा बनी रहेगी, इसके अलावा इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, राज पंचक योग और शोभन योग का निर्माण होने वाला है, साथ ही श्रवण एवं धनिष्ठा नक्षत्र का मिलन इन संयोग का भाई-बहन के रिश्ते पर खूब अच्छा प्रभाव रहने वाला है।
राखी बांधते समय ये मंत्र जरूर पढ़ें-
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।
भद्रा समाप्ति के बाद दोपहर 1:30 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार चर लाभ और अमृत के शुभ चौघड़िया मुहूर्त उपस्थित रहेंगे, इसलिए दोपहर 1:30 बजे से शाम 7 बजे के बीच राखी बांधने के लिए श्रेष्ठ समय होगा।
हालांकि 19 अगस्त को चंद्रमा मकर राशि में होने के कारण भद्रा का निवास पाताल में रहेगा। पृथ्वीलोक पर भद्रवास नहीं होगा पर फिर भी शास्त्र मान्यताओं के अनुसार भद्रा उपस्थिति में राखी बांधना ठीक नहीं है। इसलिए 19 अगस्त को दोपहर 1:29 पर भद्रा समाप्त होने के बाद रक्षाबंधन का पर्व मनाएं।
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य