बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में बताया कि वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में वन्य जीव जैसे बाघ, तेन्दुआ, भेडिया आदि की वजह से मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं प्रकाश में आ रही है। ऐसी दशा में यह आवश्यक हो जाता है कि सम्पूर्ण जिला प्रशासन तत्काल संयुक्त होकर सुनियोजित तरीके से प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें और ऐसी घटनाओं पर शीघ्र नियंत्रण प्राप्त किया जाए।
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में प्रायः वन्य जीव के कारण संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि देखी गयी हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग, ग्राम पंचायत विभाग, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग समन्वय कर ऐसी घटनाओं के प्रति अलर्ट रहते हुए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करें। समस्या के सम्बन्ध में स्थानीय जन प्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों एवं समाज सेवी संस्थाओं के साथ संवाद स्थापित किया जाए तथा उनके सहयोग से स्थानीय लोगों को सुरक्षित जीवन यापन की शैली अपनाने तथा आवश्यक सतर्कता बरतने के सम्बन्ध प्रेरित किया जाए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को रात में घर के अन्दर अथवा छत पर सोने हेतु प्रेरित किया जाए ताकि रात में किसी वन्य जीव द्वारा किसी अप्रिय घटना की अंजाम न दिया जा सके। यदि किसी घर में दरवाजे कमजोर हों या न हों तो उनकी व्यवस्था तत्काल कराते हुए सुरक्षा सुनिश्चित करायी जाए। प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि के समय संयुक्त पैट्रोलिंग जिसमें पुलिस कर्मी, वन कर्मी, बाघ मित्र पीआरडी जवान, राजस्व कर्मी, ग्राम सचिव, पंचायत सहायक, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल आदि शामिल हो, का आयोजन व्यापक पैमाने पर कराया जाए ताकि स्थानीय जनता भय एवं दहशत के माहौल से राहत महसूस करते हुए सुरक्षित रह सके।
उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता को प्रेरित करने हेतु उपलब्ध पीए सिस्टम अथवा पीआरडी 112 का उपयोग किया जाए एवं सतर्क एवं सुरक्षित रहने हेतु आवश्यक जानकारी प्रसारित की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी परिवार में वन्य जीव के हमले के कारण कोई अप्रिय घटना घटित होती हो तो तत्काल मौके पर पहुंचकर पीडित परिवार से संवेदना व्यक्त की जाए। घायल व्यक्तियों का मुफ्त इलाज कराया जाए और सरकार द्वारा निर्धारित अनुग्रह धनराशि शीघ्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि रात में अंधेरे के कारण वन्य जीव द्वारा स्थानीय ग्रामीणों पर हमला करने की घटना के रोकथाम हेतु प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस हेतु हाई मास्ट एल०ई०डी० लाइट, स्ट्रीट लाइट तथा सार्वजनिक स्थान पर उचित प्रकाश व्यवस्था स्थापित की जाए। यदि उपरोक्त व्यवस्था तत्काल सम्भव न हो तो पैट्रोमैक्स का उपयोग करते हुए प्रकाश की व्यवस्था करायी जाए। प्रभावित जिलों में घटना के रोकथाम एवं वन्य जीव रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन हेतु बन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में टीम गठित कर अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।