संक्रामक रोगों को दावत देता इलाका
लखनऊ। सरकार की लखनऊ स्वच्छ योजना और गड्ढा मुक्त सड़क अभियान पर सवालिया निशान छोड़ता ये महज बानगी भर दृश्य। इसी प्रकार राजधानी के अन्य इलाकों का हाल पूरी तरह बरकरार है। नगर निगम के अंतर्गत शाहिद भगत सिंह वार्ड और बाबू जगजीवन राम वार्ड की सड़कें इस कदर खराब हैं कि आम आदमी का पैदल भी चलना दूभर हो रहा है।
एक संभ्रांत स्थानीय नागरिक ने मौके पर फोटो खींच कर पूरा हाल बयां किया। लोगों का कहना है कि बरसात कें समय इस रास्ते से बिल्कुल भी नहीं निकला जा सकता। इसी प्रकार से शंकर पूरी, हरिहर नगर, व अजय नगर के इलाकों में तो और भी दयनीय स्थित है। जरा सा पानी बरसता है तो मानो तालाब सी नजर आने लगती है यहां की सड़कें। नागरिकों के मुताबिक यहां सड़क के किनारे नाली सिर्फ काल्पनिक हो कर रह गई हैं। कई बार स्थानीय सभासद को भी अवगत कराया गया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
स्वच्छता अभियान को चिढ़ाता हुआ नजारा चीख चीख कर कह रहा है कि यह कोई कस्बा गांव नहीं है बल्कि इंदिरानगर से जुड़े वार्डों के रिहायशी मुहल्ले की जीती जागती तस्वीर है। संक्रामक रोगों को दावत देता यह इलाका जहां नन्हें मुन्ने बच्चे भी इस गंदगी के चलते अपने घरों से नहीं निकल सकते। अब देखना यह है कि विभाग के जिम्मेदार लोगों की इन क्षेत्रों पर कब नजर पड़ती है।