बदायूँ। वर्षा जल संरक्षण एवं जल संचयन कार्यक्रम के तहत बिसौली ब्लाक के ग्राम अंगथरा एवं सिंडौली में तालाबों का निर्माण कराकर जल संरक्षण किया जाएगा। बतादें कि ब्लाक बिसौली एवं आसफपुर क्रिटिकल जोन में शामिल हैं जब कि ब्लाक इस्लामनगर और अम्बियापुर को अतिदोहित ब्लाक में रखा गया।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने लघु सिंचाई विभाग के वर्षा जल संरक्षण एवं जल संचयन कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने पाया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के अन्तर्गत वर्षा जल संरक्षण/रिचार्ज की महत्वता के दृष्टिगत शासकीय भवनों पर रूफ टॉप रैन वाटर हारर्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना के तहत अम्बियापुर ब्लाक में 06, इस्लामनगर में 07, बिसौली 13, आसफपुर 03 तथा सेमी क्रिटिकल ब्लाक सहसवान में 10 कुल 39 रैन वाटर हार्वेस्टिंग की स्थापना का अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है। वर्षा जल संचयन एवं जल संरक्षण हेतु वर्ष 2021-22 में कादरचौक ब्लाक स्थित भोजपुर नारायनपुर एवं मोहम्मदगंज में सोत नदी पर एक-एक चैकडैम बनाया गया था। वर्ष 2022-23 में जगत ब्लाक के ग्राम उपरैला एवं गभियाई उसावां ब्लाक के ग्राम बची झझरउ, म्याऊ ब्लाक के अलई नगला में सोत नदी पर चैकडैम बनाया गया। वर्ष 2023-24 में अम्बियापुर ब्लाक के ग्राम जिनौरा एवं भरतरी गोवर्धनपुर, इस्लामनगर ब्लाक के रफायतपुर तथा जगत पीपरी में सोत नदी पर चैकडैम बनाए गए थे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
समीक्षा के उपरान्त डीएम ने लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ता वीएस सुमन के साथ वर्ष 2022-23 में जगत ब्लाक के ग्राम उपरैला में बने चैकडैम पर जाकर सोत नदी का स्थलीय निरीक्षण किया तो वहां नदी में पानी पाया गया। डीएम ने यह देखकर कराए गए कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त किया। बैठक में लघु सिंचाई विभाग के जेई सहित जुनैद और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।