खाकी पैंट पहने शातिरों ने खुद को पुलिस वाला बताया, त्योहार में जेवरात पहनने को लेकर हड़काते हुए की वारदात
बदायूं। डिग्री कालेज की क्लर्क से पुलिस वाला बनकर शातिरों ने शनिवार को दिनदहाड़े लाखों के जेवरात ठग लिए। पुलिस चौकी से चंद कदम दूर व पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय के घर के पास भरे बाजार इस वारदात को अंजाम देकर शातिर वहां से भाग निकले। मामले की तहरीर पर पुलिस ने फिलहाल मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। जेवरात की अनुमानित कीमत पांच लाख बताई जा रही है।
घटनाक्रम सदर कोतवाली इलाके में नई सराय पुलिस चौकी के पीछे वाली गली के पास हुआ। थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के कृष्णापुरी मोहल्ले में फ्लाइओवर के नीचे रहने वालीं प्रियंका पुत्री जितेंद्र सिंह शहर के गिंदोदेवी महिला महाविद्यालय में क्लर्क हैं। शनिवार को वह रोजाना की तरह कालेज जाने को घर से निकली थीं। ओवरब्रिज के पास से ई रिक्शा लिया और कालेज को रवाना हो गईं। रास्ते में सदर कोतवाली क्षेत्र में मम्मनचौक से आगे बढ़ीं तो बाइक सवार दो शातिरों ने ओवरटेक कर ई रिक्शा रुकवा लिया। दोनों खाकी पैंट व सफेद शर्ट पहने हुए थे। कहा कि हम पुलिस वाले हैं। आईकार्ड भी दिखाया, जबकि इसके बाद हड़काते हुए बोले कि त्योहार का समय चल रहा है माहौल खराब है और आप शहर में जेवरात पहनकर क्यों चल रही हो। इन्हें उतारकर बैग में रखो, नहीं तो पांच हजार का जुर्माना पड़ जाएगा। अचानक हुए इस घटनाक्रम से प्रियंका सकपका गईं। इसी बीच शातिरों में से एक ने उन्हें सफेद कागज दिया और कहा कि इसमें जेवर उतारकर रखो और पर्स में रख लो।
चार चूड़ी समेत अंगूठी रखवाईं
बकौल प्रियंका शातिरों ने उनकी सोने की चार चूड़ी समेत दो अंगूठी कागज में रखवाकर पैक कराईं। और कागज उन्हें वापस करते हुए कहा कि इसे संभालकर बैग में रखो। इसी बीच शातिरों ने कागज की बनाई हुई पुड़िया बदल ली और आगे चले गए। शक होने पर प्रियंका ने कागज खोला तो उसमें नकली चूड़ियां रखी थीं। उन्होंने परिजनों को कॊल की तो भाई संजीत मलिक आदि आए और कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। सदर कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि घटना का मुकदमा लिखा जाएगा। जल्द पूरे मामले का वर्कआउट करेंगे।