लखनऊ। केंद्रीय राज्य मंत्री, कृषि एवं किसान कल्याण, भारत सरकार, रामनाथ ठाकुर की अध्यक्षता में आज उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री, कृषि राज्य मंत्री और प्रमुख सचिव (कृषि) की उपस्थिति में केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश के विभिन्न कार्यों और योजनाओं की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने राज्य में चल रही कृषि योजनाओं का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया और किसानों की आय बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य में फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने का कार्य एक सप्ताह में शुरू किया जाएगा, जिससे किसानों को योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। प्रमुख सचिव (कृषि) ने बताया कि उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में देश में अग्रणी है, लेकिन उत्पादकता में वृद्धि के लिए कृषि में निवेश की आवश्यकता है। उन्होंने दलहनी और तिलहनी फसलों के क्षेत्र को बढ़ाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि किसान रजिस्ट्री तैयार करने का अभियान शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश में वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य के तहत उत्पादन वृद्धि की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने अपने संबोधन में मिट्टी की जांच और मृदा स्वास्थ्य के सुधार की दिशा में कार्यों की समीक्षा की और राज्य में गुणवत्तायुक्त बीज एवं खाद वितरण की स्थिति पर भी जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी खाद और बीज की उपलब्धता में समस्या है, तो प्रभावी पर्यवेक्षण की आवश्यकता है।
कृषि राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश ने केंद्रीय राज्य मंत्री और कृषि मंत्री, उत्तर प्रदेश का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे।