तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में 2024-25 के ऑरिएंटेशन में न्यू एमबीबीएस स्टुडेंट्स को यूनिवर्सिटी के रूल-रेगुलेशंस के संग-संग विस्तार से बताई एकेडमिक प्रक्रिया
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य प्रो. एनके सिंह ने कहा, आपने एक चुनौतीपूर्ण, लेकिन उच्च आदर्शों वाले मानव सेवा के पेशे को चुना है। डॉक्टरी सहानुभूति, सेवा और हीलिंग का पेशा है। आज से आपके जीवन का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है, जिसमें आपको एक बेहतर क्लिनिशियन बनना है। आप भाग्यशाली है, इस सत्र से 250 स्टुडेंट्स का बैच चलेगा। उल्लेखनीय है, एनएमसी ने टीएमयू को 100 और नई एमबीबीएस सीटों की मंजूरी प्रदान की है। प्रो. सिंह तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से मेडिकल न्यू एलटी में आयोजित एमबीबीएस के 2024-25 बैच के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में बोल रहे थे। इससे पूर्व मेडिकल कॉलेज के डीन प्रो. एसके जैन ने प्राचार्य प्रो. एनके सिंह, जबकि पैथोलॉजी की एचओडी प्रो. सीमा अवस्थी ने वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रीथपाल सिंह मटरेजा को बुके देकर स्वागत किया। ओरिएंटेशन प्रोग्राम के दौरान प्राचार्य समेत सभी फैकल्टीज़ और न्यू स्टुडेंट्स ने बारी-बारी से अपना इंट्रो दिया। संचालन रिसर्च स्कॉर्ल्स- डॉ. अलिशा राय और डॉ. शहजीन आफाक ने संयुक्त रूप से किया।
मेडिकल कॉलेज के डीन एकेडमिक्स प्रो. एसके जैन ने कहा, मेडिकल पेशे में डिसिपिलिन की महत्वपूर्ण भूमिका है। टीएमयू में आप लोगों के लिए क्वालिफाइड एंड एक्सपीरियंस फैकल्टीज़ के संग-संग बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। टीएमयू का कैंपस रैगिंग से मुक्त है। स्टडीज़ के साथ-साथ प्रैक्टिकल ज्ञान और दीगर एक्टिविटिज के जरिए स्टुडेंट्स के सर्वांगीण विकास के लिए टीएमयू प्रतिबद्ध है। उन्होंने एमबीबीएस फर्स्ट ईयर स्टुडेंट्स को यूनिवर्सिटी रूल-रेगुलेशंस और एकेडमिक प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रीथपाल सिंह मटरेजा ने कहा, स्टुडेंट्स को अपने लक्ष्य पर फोकस रहना चाहिए। मेहनत के बूते ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता हैं। उन्होंने एमबीबीएस फर्स्ट ईयर स्टुडेंट्स को फाउंडेशन कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पैथोलॉजी की एचओडी प्रो. सीमा अवस्थी बोलीं, जिनती मेहनत स्टुडेंट्स करते हैं, उससे 10 गुना मेहनत फैकल्टीज़ को करनी पड़ती है। अतः आपको अपने टारगेट को प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी होगी। स्टडी के दौरान कभी भी कोई समस्या होने पर हर समय फैकल्टीज़ आपके लिए उपलब्ध है। ऑरिएंटेशन प्रोग्राम में कम्युनिटी मेडिसिन की एचओडी प्रो. साधना सिंह, फिजियोलॉजी के एचओडी प्रो. जयवल्लभ कुमार, बायोकेमिस्ट्री की एचओडी प्रो. पोथू ऊषा किरन के संग-संग एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के 147 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।