सौ एकड़ में आच्छादित विवेक यूनिवर्सिटी में 80+ डिग्रीज का संचालन, तीस हजार एल्युमिनाई यूनिवर्सिटी के एंबेसडरः कुलाधिपति, मेधावी स्टुडेंट्स को पांच करोड़ से ज्यादा स्कॉलरशिप देने का बड़ा ऐलान
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद विवेक यूनिवर्सिटी ने 2025-2026 सत्र के लिए प्रवेश का शंखनाद हो गया है, लेकिन विवेक कॉलेज ऑफ एजुकेशन का बीजारोपण 2003 में हो गया था। विवेक कॉलेज के रूप में रोपित इस शिक्षण संस्थान ने अब विवेक यूनिवर्सिटी-वीयू का स्वरूप ले लिया है। इस कॉलेज का 21 साल का शैक्षणिक ट्रैक रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। सौ एकड़ में आच्छादित विवेक यूनिवर्सिटी में 80+ डिग्रीज का संचालन हो रहा है। यूनिवर्सिटी में 21 सब्जेक्ट्स में रिसर्च करने का प्रावधान है। यूजीसी के मानकों के तहत रिसर्च की प्रवेश प्रक्रिया के लिए यूनिवर्सिटी की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। तीस हजार एल्युमिनाई यूनिवर्सिटी के एंबेसडर बन चुके हैं। यूनिवर्सिटी ने मेधावी स्टुडेंट्स और रिसर्च स्कॉर्ल्स के लिए अपना बड़ा दिल दिखाया है। विवेक यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री अमित गोयल बताते हैं, हमारी यूनिवर्सिटी ने मेधावी छात्रों को पांच करोड़ से ज्यादा की छात्रवृति, जबकि रिसर्च स्कॉर्ल्स को 2.80 करोड़ देने का ऐलान किया है। कुलाधिपति श्री गोयल बताते हैं, वैश्विक बाजार की डिमांड के अनुरूप कोर्स हमारी यूनिवर्सिटी में संचालित हैं। बाकी कोर्स भी जल्द ही ले आएंगे। यूजीसी ने भी विवेक यूनिवर्सिटी को अपनी सूची में शामिल कर लिया है। उल्लेखनीय है, वीयू में इंजीनियरिंग कॉलेज, कम्प्यूटर साइंस, मैनेजमेंट, कॉमर्स, एग्रीकल्चर, लॉ, एजुकेशन, नर्सिंग, फार्मेसी आदि में यूजी से लेकर पीजी तक की स्टडी की सुविधा है। इनके अलावा पैरामेडिकल समेत और दीगर कोर्सेंज़ में भी डिप्लोमा की भी सहूलियत है।
कुलाधिपति गोयल बताते हैं, पीएचडी करने के लिए चयनित अभ्यार्थियों को बीस हजार रुपए महीने फेलोशिप दी जाएगी। यह अहम फैसला विवेक यूनिवर्सिटी की शासी परिषद एवम् कार्य परिषद की संयुक्त बैठक में रिसर्च को प्रमोट करने के लिए किया गया है। वह बताते हैं, मीटिंग में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 100 फीसदी तक छात्रवृति दिए जाने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए पांच करोड़ की धनराशि के प्रावधान के अनुमोदन को भी हरी झंडी दे दी है। छात्रवृति नीति में 95 प्रतिशत से अंक प्राप्त करने वाले स्टुडेंट्स को 100 फीसदी, 90 से 95 प्रशित अंक प्राप्त करने वालों को 50 प्रतिशत तक की छात्रवृति के साथ ही अन्य छात्रवृति का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा प्रत्येक वर्ष प्रत्येक कक्षा में प्रथम स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को 50 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर कहते थे, उच्च शिक्षा वह नहीं है, जो हमें सिर्फ जानकारी देती है, बल्कि वह है, जो हमारे जीवन को सफलता का एक नया आयाम देती है। गुरुदेव के विचारों से प्रेरित कुलाधिपति श्री गोयल कहते हैं, यूनिवर्सिटी का मुख्य उद्देश्य आधुनिक विचारों पर आधारित शिक्षा प्रणाली के जरिए अपने स्टुडेंट्स को वैश्विक स्तर पर लाकर खड़ा करना है। उल्लेखनीय है, यूनिवर्सिटी प्राकृतिक हरियाली और पवित्र गंगा नदी के निकट ही स्थित है। हरे-भरे लॉन और खेल के मैदानों के संग पूरा कैंपस हरियाली से आच्छादित है। वर्तमान में यूनिवर्सिटी में 300 से अधिक अनुभवी फैकल्टीज़ हैं, जबकि 7,000 से अधिक स्टुडेंट्स अध्ययनरत हैं।