बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने विकास भवन सभागार में गौवंश संरक्षण एवं आश्रय स्थल का निर्माण संबंधी कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में कोई भी निराश्रित गौवंश सड़क पर नजर नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश का संरक्षण मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि मा0 पशुधन मंत्री के निर्देशों के क्रम में जनपद में 05 जुलाई से 20 जुलाई तक गोवंश संरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारी पूर्ण मनोयोग व गंभीरतापूर्वक कार्य करें तथा अस्थाई व स्थाई गौवंश संरक्षण केंद्र बनाकर निराश्रित गौवंशों को संरक्षण प्रदान करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे स्थान जहां भूमि नीची है या जहां पानी भरने की संभावना जैसी स्थिति हो उन स्थानों पर संरक्षित गौवंशों को किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए। उन्होंने पशुओं के नियमित टीकाकरण की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी जनहानि व पशुहानि नहीं होनी चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में 280 गौ आश्रय स्थल हैं जिनमें 31100 गौवंश संरक्षित है वहीं नगरीय क्षेत्र में 20 गौ आश्रय स्थल संचालित हैं जिनमें 1753 को गौवंश संरक्षित हैं। इस प्रकार जनपद में कुल 32853 संरक्षित हैं। इस अवसर पर संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।