वर्ष 2027 तक संचारी रोग से मुक्त भारत व उत्तर प्रदेश बनाने का लक्ष्य, दवा छोड़ने पर नष्ट नहीं होता परजीवी, 14 दिन का पूरा कोर्स करें मलेरिया के मरीज
बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव में सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के कार्यों की समीक्षा करते हुए जनपद बदायूं को संचारी रोग मुक्त जनपद में शामिल करने के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फॉलो-अप के तंत्र को विकसित करने के लिए कहा।
डीएम ने मलेरिया से ज्यादा प्रभावित ब्लॉकों सैदपुर, दातागंज व समरेर में विशेष सफाई अभियान चलाने, फॉगिंग कराने, एंटी लारवा का छिड़काव कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया।
उप सर्विलांस अधिकारी बरेली मंडल डॉ0 अखिलेश्वर सिंह ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुति देते हुए बताया कि वर्ष 2027 तक संचारी रोग से मुक्त भारत व उत्तर प्रदेश बनाए जाने का लक्ष्य है। प्रदेश के 15 जिले इस लक्ष्य प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य आधार स्थानीय स्तर पर रोग का ना फैलने आदि से हैं।
उप सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि मलेरिया का पूरा कोर्स 14 दिन का होता है लेकिन लोग थोडा सा ठीक होने पर ही दवाई लेना बंद कर देते हैं, जिससे मलेरिया का परजीवी उनके शरीर से पूर्ण रूप से नष्ट नहीं होता है, उन्होंने कहा कि सभी मलेरिया से पीड़ित लोगों को 14 दिन की दवाइयां का पूरा कोर्स करना चाहिए तथा उसके बाद स्लाइड आवश्यक रूप से बनवानी चाहिए, जिससे यह पता चल जाता है कि उनके शरीर से मलेरिया का परजीवी पूर्ण रूप से नष्ट हुआ या नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि केस इन्वेस्टिगेशन फॉर्म भी बनाए जाना चाहिए तथा मरीज का फॉलो-अप भी किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जनपद के सभी ब्लॉकों में मिलाकर कुल मलेरिया के मरीजो में से 14 वर्ष तक की आयु के मात्र 15.29 प्रतिशत मरीज ही पंजीकृत हुए। उन्होंने एक्टिव स्क्रीनिंग व पैसिव स्क्रीनिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि विशेष संचारी लोग नियंत्रण अभियान जनवरी, अप्रैल, जुलाई व अक्टूबर में चलाया जाता है। जुलाई में सफलतापूर्वक संचारी लोग नियंत्रण अभियान चलाया गया। आगामी संचारी रोग नियंत्रण अभियान माह अक्टूबर में चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जनपद बदायूं में जिला अस्पताल में 30, राजकीय मेडिकल कॉलेज में 30 तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो पर 115 कुल 175 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन रेनू सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामेश्वर मिश्रा सहित अन्य चिकित्सा अधीक्षक, एमओआईसी व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।