बदायूँ। शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारम्भ मा० राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापर एवं कृषि निर्यात उ०प्र० दिनेश प्रताप सिंह द्वारा बच्चों को एल्बेन्डाजॉल की टेबलेट खिलाकर किया गया। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी का अच्छे स्वास्थ्य पर पूर्ण अधिकार है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि कोई भी बच्चा टैबलेट लेने से न छूटे। उन्होंने कहा कि 1876150 बच्चों को एल्बेन्डाजॉल की टेबलेट खिलाये जाने के लक्ष्य को पूर्ण करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि कृमि संक्रमण से बच्चों/किशोर/ किशोरियों में कुपोषण एवं खून में कमी होती है जिसके कारण हमेशा थकावट रहती है। सम्पूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता। यह दवा वर्ष में 02 बार 01-19 वर्ष की आयु के सभी बच्चों किशोर किशोरियों को खानी चाहिए। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी बदायूँ द्वारा बताया गया कि कृमि संक्रमण की रोकथाम आसान है।
खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें।आस-पास सफाई रखें। साफ पानी से फल व सब्जियों धोएँ। हमेशा साफ पानी पियें, खाने को ढक कर रखें। नाखून साफ और छोटे रखें। जूते / चप्पल पहनें।हाथ साबुन से धोंऐं, विशेषकर खाने से पहले और शाँच के बाद। सभी बच्चों एवं किशोर / किशोरियों को कृमि नियंत्रण की गोली (चबाने वाली) सभी सरकारी व सहायता प्राप्त/प्राइवेट विद्यालयों, मदरसों और आंगनबाडी केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है।
जनपद में 1876150 बच्चों को एल्बेन्डाजॉल की टेबलेट खिलाये जाने का लक्ष्य है जिसके सापेक्ष लगभग 14 लाख बच्चों को एल्बेन्डाजॉल की टेबलेट शुक्रवार को खिलायी गयी। स्कूल न जाने वाले बच्चों को भी यह गोली नजदीकी आंगनबाड़ी केन्द्र में खिलवायी जायेगी। जो बच्चे छूट जायें उन्हें 14 अगस्त 2024 को मॉपअप दिवस पर गोली जरूर खिलवाएँ।
इस अवसर पर विधायकगण, जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, स्कूल के अध्यापक, नोडल अधिकारी आरकेएसके, डीपीएम, डीसीपीएम, एपिडेमियोलाजिस्ट, अर्बन कोर्डिनेटर, आरकेएसके कोर्डिनेटर, आदि उपस्थित रहे।