Homeलखनऊपसमांदा मुस्लिम ने दिया हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश : अनीस मंसूरी

पसमांदा मुस्लिम ने दिया हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश : अनीस मंसूरी

झांसी हादसे में पसमांदा मुस्लिम समाज के याकूब मंसूरी की बहादुरी, एकता और सौहार्द का प्रतीक

लखनऊ। झांसी के हालिया हादसे ने कई परिवारों को शोक में डुबो दिया, लेकिन पसमांदा मुस्लिम समाज के एक युवा याकूब मंसूरी जैसे व्यक्तियों की वीरता और मानवता ने समाज को एकजुटता का संदेश दिया।
याकूब ने अपनी जान पर खेलकर बच्चों को बचाने का असाधारण कार्य किया। उन्होंने खिड़की तोड़कर कई बच्चों को बाहर निकाला, पर दुर्भाग्य से अपनी दो जुड़वां बेटियों को नहीं बचा सके, जो इस घटना का सबसे हृदयविदारक पक्ष है।
इस हृदयविदारक घटना से पसमांदा मुस्लिम समाज बहुत ही आहत है। इस संबंध में कल 19 नवंबर को हमारे कार्यालय सचिव श्री इलियास मंसूरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल झांसी जाएगा।
इस घटना पर पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने गहरा शोक व्यक्त किया और याकूब मंसूरी की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि यह घटना हमारे समाज में मानवता और एकता का ज्वलंत उदाहरण है। उन्होंने कहा, “याकूब ने अपने कार्यों से यह साबित किया कि धर्म और जाति से ऊपर मानव जीवन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
अनीस मंसूरी ने हादसे में मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए राज्य और केंद्र सरकार से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और सहायता प्रदान करने की मांग की। साथ ही, उन्होंने यह अपील की कि ऐसी घटनाओं से हम सबक लें और आपदा प्रबंधन के लिए समाज और सरकार दोनों को अधिक सतर्क होना चाहिए। अनीस मंसूरी ने इस मौके पर विशेष रूप से समाज में सौहार्द बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “पसमांदा मुस्लिम समाज के याकूब मंसूरी की बहादुरी ने यह दिखाया कि इंसानियत सबसे बड़ी शक्ति है। हमें अपने समाज में भाईचारे और आपसी समझ को मजबूत करना होगा, ताकि हम सभी संकटों का मिलकर सामना कर सकें।”
यह घटना उन मूल्यों को पुनर्जीवित करने का अवसर है जो हमारे समाज को मजबूत बनाते हैं। अनीस मंसूरी ने कहा कि सभी धर्मों और समुदायों को मिलकर पीड़ित परिवारों की मदद करनी चाहिए और समाज में शांति और सहयोग का संदेश फैलाना चाहिए।
अनीस मंसूरी ने सरकार और समाज से अपील करते हुए कहा कि क्योंकि यह हादस सरकार और प्रशासन की लापरवाही से हुआ है इसलिए हादसे के मृतक व घायल बच्चों के परिवारों के लिए तत्काल मुआवजे और पुनर्वास की मांग।
सामाजिक सहयोग : सभी समुदायों से मिलकर हादसे के पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करने की अपील।
आपदा प्रबंधन : भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा उपाय लागू करने की सलाह।
मंसूरी में कहा कि यह घटना हमें याद दिलाती है कि संकट के समय मानवता सबसे बड़ा धर्म है। याकूब मंसूरी जैसे नायकों की कहानियां हमें प्रेरित करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि एकता और सौहार्द के रास्ते पर हम सभी एक साथ खड़े रहें।

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