👉 *दुल्हन की हेलीकॉप्टर से विदाई*
*हिंदू मामा ने मुस्लिम भांजी की भात के रूप में कराई हेलीकॉप्टर से विदाई*
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*मुजफ्फरनगर* : देश में जहां एक और कुछ लोग सांप्रदायिकता को हमेशा तूल देने का प्रयास करते रहते हैं और हिंदू मुस्लिम की बात करके दोनों समुदाय के बीच कड़वाहट पैदा करने का प्रयास करते हैं तो वहीं जनपद मुजफ्फरनगर में एक हिंदू राहुल ठाकुर ने अपने परिवार का एक मुस्लिम परिवार से वर्षों से चले आ रहे भाई चारे को निभाते हुए अपनी मुंह बोली मुस्लिम भांजी की शादी में भात में जहां रूपए पैसे और कपड़े परंपरा के अनुसार दिए तो वही दूल्हा-दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से करने का पूरा खर्च उठाते हुए अनोखी मिसाल कायम की है।
दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर के थाना छपार क्षेत्र के गांव छपार निवासी आशमा पुत्री अब्दुल खालिक का निकाह जनपद मेरठ के थाना सरधना क्षेत्र के गांव नानू निवासी मोहम्मद शादाब पुत्र मोहम्मद इसराइल के साथ तय हुआ था जिसकी बारात आज दिनांक 10 अप्रैल 2025 को मुजफ्फरनगर में जानसठ रोड स्थित एक बैंकट हॉल में आई थी।
इस शादी में खास बात यह रही की थाना चरथावल क्षेत्र के गांव बिरालसी निवासी राहुल ठाकुर के परिवार व आसमा और उसके मामा के परिवार पुराने संबंध के चलते राहुल ठाकुर आसमा की मां को अपनी बहन मानता है। और आज उसने अपनी बहन की बेटी की शादी में अनोखा गिफ्ट दिया है और यह गिफ्ट उसने अपनी भांजी और उसके पति दोनों नव दंपतियों को हेलीकॉप्टर से विदाई देने का तोहफा दिया है जिसमें सरधना से लेकर मुजफ्फरनगर तक हेलीकॉप्टर की परमिशन खुद राहुल ठाकुर ने कराई और हेलीकॉप्टर का पूरा खर्च भी खुद राहुल ठाकुर ने ही उठाया है जिसमें राहुल का कहना है कि उसने दोनों परिवारों के बीच चले आ रहे पुराने संबंधों को निभाते हुए यह काम किया है और हमारे दोनों परिवारों के बीच भाईचारे के गहरे संबंध है यह परिवार हमारे दुख सुख में काम आता है और हमारा परिवार इस परिवार के दुख सुख में हमेशा खड़े रहते हैं।
मुजफ्फरनगर में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में खड़े हेलीकॉप्टर को देखकर जहां लोगों का तांता लग गया । वही लगभग 5:00 बजे दूल्हा-दुल्हन को हेलीकॉप्टर से विदाई दी गई इस मामले में दुल्हन तो कुछ बोल नहीं पाई मगर दूल्हे ने अपनी पत्नी के हिंदू मामा राहुल ठाकुर का धन्यवाद किया। वही दुल्हन बनी आसमा के चाचा साजिद ने कहा कि राहुल ठाकुर ने हिंदू मुस्लिम के विवाद को पीछे छोड़ते हुए अनोखी मिसाल पेश की है और उन्होंने हमारे परिवार पर एक बहुत बड़ा एहसान किया है । उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी भतीजी की विदाई हेलीकॉप्टर से होगी लेकिन राहुल ठाकुर ने उनका यह सपना साकार किया है