Breaking News

हमारे बुजुर्गों और श्रृषि मुनियों ने ध्यान योग को क्यों किया।

श्री राम चंद्र मिशन, हार्टफुलनेस संस्था और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सयुंक्त तत्वाधान में तहसील बिल्सी सभागार में उप जिलाधिकारी रिपुदमन सिंह के निर्देशन में मंगलवार से शुरू हुए तीन दिवसीय एकात्म अभियान शिविर के दूसरे दिवस में उपस्थित पूर्ति निरिक्षक धीरज गुप्ता द्वारा अपने उद्ववोधन में कहा हम अपने बचपन में बड़े बुजुर्गों को आंखों को बंद करके कुछ करते हुए देखा था मगर पिछले कुछ समय से हार्टफुलनेस‌ का ध्यान का अभ्यास प्रारम्भ किया तब महसूस हुआ कि हमारे बुजुर्गों और श्रृषि मुनियों ने ध्यान योग को क्यों किया। संस्था के जोनल कोआर्डिनेटर अनुज सक्सेना ने सभी को हार्टफुलनेस सफाई का अभ्यास कराते हुए मानसिक विकारों और तनाव को दूर करने का तरीका बताया तथा ध्यान सत्र में सभी ने प्रतिभाग किया साथ ही उपस्थित किसानों को वायोचार और पंचगव्य को निर्मित करने का आसान तरीका बताते हुए कहा वायोचार इसको खेती की अवशेष चीजों, खरपतवार, पराली आदि को पायरोलेसिस विधि से तैयार कर सकते हैं, जिसमें बिना आक्सीजन की सहायता से आग में जलाकर कार्बन युक्त जैविक चारकोल बनाते हैं और जीवामृत के मिश्रण से जो इतना प्रभावी बन जाता है कि फसल को नमी और पोषक तत्वों की कभी कमी नहीं रहती तथा फसल में
अपेक्षित बृद्धि बत्तीस फीसदी तक हो सकती है। उन्होंने बताया गुरुवार को दोपहर तीन बजे बिल्सी तहसील सभागार में समापन दिवस का कार्यक्रम होगा तथा दूसरी ओर ब्लॉक वजीरगंज और सालारपुर के कुछ ग्रामों में शिविर का शुभारंभ किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त सालारपुर के ग्राम प्रशिक्षक लाखन सिंह के नेतृत्व में ब्लॉक सालारपुर के ग्राम कैली, हसनपुर, औरंगाबाद खालसा, चकोलर और कुंवर गांव में शिविर का समापन हो गया। शिविर में विद्यालय के शिक्षक स्टाफ, बच्चों, एस एम सी सदस्यों और अभिभावकों ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में हार्टफुलनेस अशोक कुमार सिंह और स्वयंसेवक अवनेश्वर सिंह और नेम सिंह मौर्य ,कीर्ति गोयल का विशेष सहयोग रहा।

Spread the love

About Govind Deval

Check Also

आज का पंचाग

Spread the love

error: Content is protected !!