सहसवान: बाइक सवार हमलावरों द्वारा दूध विक्रेता को गोली मार कर हत्या किए जाने के मामले में गुरुवार शाम तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें जुटी हुई हैं। इधर, मृतक के घर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। पूरे गांव में लोग दूधिया वीरेश की हत्या को लेकर चर्चा कर रहे हैं। धमकी मिलने वाले युवक के घर पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस तैनात है।
बता दें कि बुधवार को कोतवाली क्षेत्र के गांव सिठौलिया पुख्ता उर्फ कुकरईया निवासी दूध विक्रेता वीरेश मुहल्ला अकबराबाद में दूध बेचने जा रहे थे। वह सहसवान हरदतपुर मार्ग से नट बाबा देवस्थान जाने वाले रास्ते पर मुड़े। इसी दौरान वहां पीछे से पहुंचे बाइक सवार तीन हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी। सिर में गोली लगने से घायल वीरेश को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले में मृतक की पत्नी विनीता ने घटनास्थल के पास स्थित सेवा नर्सिंग होम संचालक हरवेश कुमार उर्फ हर्ष उसके सगे भाई अवधेश और चचेरे भाई सचिन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के पीछे दूध के रुपए उधार होने को लेकर हुआ विवाद वजह बताया गया है। एसएसपी डॉ ब्रजेश कुमार सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर कोतवाली पुलिस को हत्यारोपितों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।
बुधवार शाम से ही पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई थी। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। गुरुवार शाम तक कोई आरोपित गिरफ्तार नहीं हुआ है। इधर, बुधवार शाम पोस्टमार्टम के बाद मृतक वीरेश का शव गांव पहुंचा तो स्वजनों में कोहराम मच गया। शाम को ही गंगा घाट पर वीरेश के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गुरुवार को भी रिश्तेदार और आसपास गांवों के ग्रामीण मृतक के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंच रहे थे। मृतक के घर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था। लोगों के पहुंचने पर मृतक के स्वजन की चीत्कारें इस सन्नाटे को तोड़ रही हैं। ग्रामीण और स्वजन मृतक के मासूम बच्चों के अनिश्चित भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे थे।
संवाददाता डाo राशिद अली खान सहसवान बदायूं
