बार- बार चुनाव होने पर ठप हो जाते हैं विकास कार्यअलग- अलग चुनाव कराने की परम्परा डालना कांग्रेस का षड्यंत्र था

बदायूं। एक राष्ट्र- एक चुनाव का विचार देश व प्रदेश के अंदर एक समग्र जन-आंदोलन बने, इस परिपेक्ष्य में प्रबुद्ध समागम का आयोजन डाइट ऑडिटोरियम बदायूं में किया गया। इसके साथ ही पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले मृतकों की पुण्य आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करें, दो मिनट का मौन धारण कर प्रार्थना की गई।
प्रबुद्ध समागम में विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्धजन अधिवक्ता, इंजीनियर, अध्यापक, व्यापारी, चिकित्सक, भूतपूर्व सैनिक, लेखपाल संघ, प्रलेखक संघ एवं रिटायर्ड कर्मचारियों सहित 40 से अधिक सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री उ0प्र0 सरकार धर्मपाल सिंह ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बड़े सुधारों की तरफ बढ़ रहा है जिसमें से एक राष्ट्र एक चुनाव बहुत ही प्रमुख सुधार है। वर्तमान परिवेश में पूरा भारतवर्ष एक राष्ट्र एक चुनाव की मांग कर रहा है। देश में हर समय चुनावी माहौल होने से विकास कार्यों पर विराम लगता है, जिससे जन आकांक्षाओं की पूर्ति करने में कठिनाई आती है। देश व प्रदेश में कड़े और जनहित में फैसले लेने के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव होना जरूरी है। अब समय है कि एक राष्ट्र एक चुनाव को पुनः लागू करके देशवासियों के समय, धन और संसाधन को बचाया जाए।
केंद्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार बीएल वर्मा ने कहा ने कहा लोकसभा और राज्य विधानसभाओ के पहले आम चुनाव 1951-52 में एक साथ आयोजित किये गए थे, यह परंपरा इसके बाद 1957, 1962 और 1967 के तीन आम चुनावों के लिए भी जारी रही। लेकिन कांग्रेस सरकार ने तुष्टिकरण के कारण आपातकाल के बाद अलग अलग राज्यों के चुनाव कराए इसके लिए कांग्रेस पूरी तरह से दोषी है। कांग्रेस ने आम जनता का गला घोंटकर अपनी सरकार बनाने के लिए षड्यंत्र रचा था।
जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने कहा अभी चुनाव 5 साल के लिए होता है, लेकिन देश में हर समय अलग- अलग राज्यों में चुनाव होता रहता है। पूरे देश में तीन सौ दिन का समय चुनाव में निकल जाता है जिससे विकास के बहुत सारे कार्य अविरुद्ध हो जाता है। एक वोट, एक बार डालने में लगभग 1400 रु0 का खर्च आता है। अगर ये चुनाव एक साथ होंगे तो बहुत सारा सरकारी खजाने में इज़ाफ़ा होगा।
प्रबुद्ध गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ चिकित्सक डॉ चक्रेश जैन ने सभी का धन्यवाद व आभार जताया। प्रबुद्ध समागम का संचालन देवदत्त शर्मा एवं डॉ अक्षत अशेष ने किया।
ये मंच पर रहे मौजूद, कैबिनेट मंत्री उ0प्र0 सरकार, धर्मपाल सिंह, केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार बीएल वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमस्वरूप वैश्य, वरिष्ठ साहित्यकार रामबहादुर व्यथित, वरिष्ठ व्यापारी वीरेंद्र ढींगरा, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका मधु गौतम, प्राचार्य दास कॉलेज प्रोफेसर आशीष सक्सेना, भूतपूर्व सैनिक विजयरत्न सिंह।
इस मौके पर सभागार में सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य, डीसीबी चेयरमैन जेके सक्सेना, पूर्व एमएलसी जितेन्द्र यादव, उमेश राठौर, दीपमाला गोयल, सुधीर श्रीवास्तव, आशीष शाक्य आदि उपस्थित रहे।