Badaun नेहरू मेमोरियल शिव नारायण दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय बदायूं में रिसर्च मेथोडोलोजी विषय पर आयोजित कार्यशाला के चौथे दिन कार्यशाला का शुभारंभ रिसोर्स पर्सन डॉ राजेश कुमार त्रिपाठी प्रोफेसर जी.बी.पंत डिग्री कॉलेज कछला , बदायूं द्बारा मां सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। शोध निदेशक प्रोफेसर मनवीर सिंह, डॉ आशीष कुमार गुप्ता, डॉ जीवन कुमार सारस्वत एवं प्रिंस विशाल दीक्षित द्बारा डॉ त्रिपाठी को प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत एवं सम्मानित किया गया। प्रथम सत्र में डॉ त्रिपाठी ने साहित्य समीक्षा एवं शोध की विविध संभावनाओं पर व्याख्यान प्रस्तुत किया जिसमें साहित्य समीक्षा के प्रकारों पर प्रकाश डाला तथा वर्तमान परिदृश्य में शोध प्रबंध के लिए साहित्य समीक्षा का महत्व पर प्रकाश डाला कार्यशाला के दूसरे सत्र में डॉ जीवन कुमार सारस्वत ने वर्तमान समय में शोध के बदलते आयामों पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट कि यह समय परंपरागत विधि से ट्रांसडिसीप्लीन शोध की जरूरत है। जिससे आर्टिफिशियल बाउंड्री को तोड़कर सभी विषयों को साथ लेकर शोध करने का समय है। शोध सरकारों की पॉलिसी के अनुसार हो समाज के लिए लाभकारी हो। कार्यक्रम के कोर्कोर्डिनेटर प्रिंस विशाल दीक्षित ने ए आई के प्रयोग के विविध आयामों की भी चर्चा की साथ यह भी आगाह किया कि हमें इस पर पूरी तरह निर्भर नहीं रहना चाहिए। सत्र के अंत में महाविद्यालय के डी एस डब्ल्यू डॉ आशीष कुमार गुप्ता ने बुक रिव्यू के विषय में विस्तार से चर्चा की। अंत में शोध निदेशक प्रो मनवीर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया । वर्कशॉप में अनेकों शोध छात्र, परास्नातक छात्र, तथा ऑफलाइन महाविद्यालय के प्रोफेसर उपस्थित रहे। ऑनलाइन मोड में भी देश के कई प्रदेशों के प्रतिभागी जुड़े।
