जनपद में एक मई से 30 जून तक होगा गन्ना सर्वेक्षण
बदायूँ: 26 अप्रैल। जिला गन्ना अधिकारी अशर्फी लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वे नीति में पारदर्शिता के लिए किसान को पूर्व सूचना देने पर जोर दिया गया है। सर्वे टीम के खेत पर पहुँचने की तिथि और टीम इंचार्ज के नाम व मोबाईल फोन नम्बर की सूचना एसएमएस के माध्यम से तीन दिन पूर्व किसानों को प्रेषित की जायेगी। संयुक्त टीम बनाकर सर्वेक्षण कार्य कराया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसमें राजकीय गन्ना पर्यवेक्षक, चीनी मिल कार्मिक के साथ संबंधित सर्किल के किसान की उपस्थिति अनिवार्य होगी। जिन परिषदों में गन्ना सर्वेक्षण के लिए बने अस्थायी सर्किलों के सापेक्ष राजकीय गन्ना पर्यवेक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता नही होगी, उनमें इनकी कमी के सापेक्ष उतनी ही संख्या में समिति कर्मचारी लगाये जा सकेगें। प्रत्येक सर्किल के लिए एक सर्किल इंचार्ज भी नियुक्त किया जायेगा। किसानों के लिए बोए गये गन्ना क्षेत्रफल के संबंध में मदुनपतल.बंदमनच.पद की वेबसाइट पर घोषणा पत्र उपलब्ध होंगें। संबंधित किसानों को अपना घोषणा पत्र स्वयं आनलाइन भरना होगा। विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है कि जिन किसानों द्वारा आनलाइन घोषणा पत्र उपलब्ध नही कराये जायेगें, उनका सट्टा आगामी पेराई सत्र 2025-26 में कभी भी बंद किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण में जीपीएस, का प्रयोग करते समय द्वितीय एवं तृतीय पेड़ी का सत्यापन कंप्यटरीकृत केन सर्वे रजिस्टर में दर्ज किया जायेगा। रजिस्टर के प्रत्येक पृष्ठ पर सर्वे टीम द्वारा हस्ताक्षर भी किये जायेंगें। मानसून गन्ना बोआई, शरदकालीन व बसंतकालीन गन्ना बोआई वाले खेतों, ड्रिप इरिगेशन वाले खेतों और सहफसली खेती भी यदि गन्ने के साथ की गई है तो उसका विवरण भी दर्ज किया जायेगा। आदर्श माडल प्लाट के तहत प्रत्येक गन्ना विकास परिषद में चयनित उत्तम कृषकों का विवरण भी अलग से दर्ज किया जायेगा। सर्वे खत्म होने के बाद गन्ना क्षेत्रफल का सारांश तैयार कर केन सर्वे रजिस्टर के अन्तिम पृष्ठ पर संबंधित चीनी मिल के सर्वे कर्मी, विभागीय गन्ना पर्यवेक्षक समिति कार्मिक, संबंधित ब्लाक इंचार्ज, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक व चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना के सयुंक्त हस्ताक्षर से आंकड़ों को अन्तिम रूप दिया जायेगा।
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