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मैं भी विद्यार्थी परिषद की नर्सरी से निकला हुआ पौधा हूं यह मेरा गौरव है :राज्य मंत्री दानिश

लखनऊ। आज अभाविप लखनऊ विश्वविद्यालय द्वितीय परिसर इकाई द्धारा विश्वकर्मा सभागार में नवागंतुक छात्र छात्रों के बीच नवोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी एवं कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत के अध्यक्ष प्रो०नीतू सिंह तथा विशिष्ट अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय नवीन परिषद के कुलानुशासक प्रो ०मोहम्मद अहमद ने विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती एवं युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रचलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
राज्य मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में आकर एक नवीन ऊर्जा का संचार होता है एक प्रकार की सुखद अनुभूति होती है ,ऐसा प्रतीत होता है, जैसे कल की ही बात हो जब मैं भी आप सबकी तरह एबीवीपी से जुड़कर विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रमो में जाया करता था। विद्यार्थी परिषद ही एक मात्र ऐसा छात्र संगठन है जो प्रदेश व देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की पहल से लेकर उसे कॉलेज कैम्पस में सुव्यवस्थित लागू कराने के लिए कैंपस में तो कार्य करते ही हैं साथ ही अगर आवश्यकता पड़ती है तो यही छात्र राष्ट्र हित मे सड़कों पर उतरकर समाज व देश की आवाज बनते हैं । विद्यार्थी परिषद छात्र गतिविधियों को विकसित करने, बढ़ावा देने, छात्र जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और छात्रों के साथ अधिक से अधिक बातचीत को बढ़ावा देने और छात्रों की भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मुख्य वक्ता प्रान्त अध्यक्ष प्रो नीतू सिंह ने संगठन के विचार और विस्तार पर अपने उद्बोधन में कहा कि अभाविप आज अपने स्थापना काल के 75 वर्ष पूर्ण कर चुका है अपने स्वर्णिम 75 वर्षो की यात्रा में अभाविप राष्ट्र पुनर्निर्माण के उद्देश्य की प्रतिपूर्ति के लिए विभिन्न आयाम कार्य गतिविधियों के माध्यम से देश के प्रत्येक शिक्षण संस्थान में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है ।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने व्यापक शैक्षिक सुधारों के लिए निरंतर संघर्ष किया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मानना है कि हमारे देश की नई पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को हमारी गौरवशाली विरासत और अतीत का स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए, ताकि वे हर भारतीय के लिए भाईचारा विकसित कर सकें और अपने वंचित भाइयों की कठिनाइयों को महसूस कर सकें। इसके माध्यम से, हमारी भावी पीढ़ियाँ एक महान भारत का सपना देख सकेंगी, जो अपनी जड़ों में दुनिया के ज्ञान को समाहित करे और भारत को एक आधुनिक देश बनाए, लेकिन उसकी अपनी एक अलग पहचान हो।
ऐसी शिक्षा जो छात्रों को न केवल अपने करियर के बारे में सोचना सिखाए, बल्कि अपने साथी देशवासियों के लिए कुछ करने का दृढ़ संकल्प भी सिखाए, वह शिक्षा आज की जरूरत है। जीवन के लिए शिक्षा और देश के लिए जीवन एक ऐसा विचार है जो छात्रों के मन में व्याप्त होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि कुलानुशासक प्रो मोहम्मद अहमद ने कहा कि अभाविप ही एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो छात्रों को राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ने के साथ साथ सामाजिक समरसता व सनातन संस्कृति की बात करता है ।
इस अवसर पर, अभाविप महानगर उपाध्यक्ष डॉ०अभिषेक तिवारी,इकाई अध्यक्ष अनुराग भट्ट,संयोजक अमन सिंह इकाई मन्त्री विवेक सिंह, डॉ० दीपक गुप्ता, डॉ० निधी सिंह, अनुराग तिवारी,अमित चौहान, अनुराग काकराण, आदेश सिंह,शिवम् पटेल, कोमल यादव , देवेन्द्र प्रताप सिंह सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।

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