बदायूं। अंबियापुर क्षेत्र के गांव दबिहारी के वीर महाराज मंदिर में चल रही अखंड रामायण पाठ का यज्ञ के साथ समापन हो गया। भगवान श्री राम की आरती के बाद कन्या भोज कराया गया।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने वेद मंत्रोच्चारण कर अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ कराया। उन्होंने कहा कि मर्यादाओं को पालें, वर्जनाओं से बचें और नागरिक कर्त्तव्यों का पालन करें तो जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने धर्मपरायण, आज्ञाकारी, मातृभक्ति और पुत्र के श्रेष्ठ कर्त्तव्यों से अमंगल को मंगल और शाप को वरदान में बदल दिया। उन्होंने कहा कि माता कैकेई ने महाराज दशरथ से वरदान में श्री राम को 14 वर्ष का वनवास मांगा। तब भगवान श्री राम राज्याभिषेक को त्याग कर वल्कल चीर धारण करके 14 वर्षों तक वन के अपरिमित कष्टों और बाधाओं को सहन करने का भारी निर्णय लेने में एक क्षण भी नहीं लगाया। श्रीराम जैसा अपार भ्रातृत्व प्रेम अपना लिया जाए तो परिवार में स्वर्ग जैसा वातावरण होगा।
गायत्री परिवार के सुखपाल शर्मा ने मुख्य दीप प्रज्ज्वलित किया। भवेश शर्मा और और पत्नी पूजा शर्मा मुख्य यजमान के रूप में रहे। भगवान श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान जी का पूजन किया गया। इसके बाद भव्य आरती की गई। गंगा पाल शर्मा, अंजलि, पंकज कुमार, सौम्या शर्मा, दीप्ति शर्मा, केशव शर्मा, मारुति, मृत्युंजय शर्मा, हेमंत शर्मा, भवेश शर्मा, सुमन शर्मा, संध्या, कल्यान सिंह, संजय सिंह, श्री शर्मा, पूजा शर्मा ने अखंड रामायण पाठ किया। भक्तों ने यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित कीं। भक्तों ने भगवान श्री राम की भव्य आरती की। प्रसाद वितरण करने बाद कन्या भोज कराया गया।