निर्माण कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें अधिकारी, निराश्रित नन्दियों को मिलेगा आश्रय, निर्माणाधीन गौशाला में हो रही व्यवस्था
बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने मंगलवार को विकास भवन सभागार में 50 लाख रुपए से अधिक के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अभियंताओं को राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन भवन की साइट से डिब्रिस (मलबा) तत्काल हटवाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो कार्यदायी संस्थाएं ठीक प्रकार कार्य नहीं कर रही है उनको चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं बैठक में आए अपने किसी अधीनस्थ को बिना पूर्व अनुमति या सूचना के ना भेजें। उन्होंने कहा कि जिन विभागों का निर्माण कार्य चल रहा है, उसके विभागीय अधिकारी स्वयं निर्माण कार्यों की साइट पर जाकर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता चेक करें तथा कार्यों को समय से पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों से कहा कि जो निर्माण कार्य पूर्ण हो गए है, उनको संबंधित विभाग को प्राथमिकता पर हस्तांतरित करने की कार्रवाई की जाए। बैठक में उनके संज्ञान में आया कि उसावां के डिग्री कॉलेज से संबंधित निर्माण कार्य 20 सितंबर 2024 तक पूर्ण हो जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विनोद कुमार ने बताया कि जनपद में सूरजपुर ब्लाक अंबियापुर में एक वृहद गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें निराश्रित गोवंशों को संरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गौशाला में दो शेड नन्दी (सांड) के लिए भी बनवाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दो शेड के बन जाने से करीब 200 निराश्रित नदियों ( सांडों) को संरक्षण प्राप्त होगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, प्रभागीय निदेशक सामाजिकी वानिकी प्रभाग प्रदीप कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामेश्वर मिश्रा सहित अन्य अधिकारीगण व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।