जनपद के 16 टीबी यूनिट में 296 टीबी मरीजों को लिया गया गोद
बदायूँ। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम व प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत क्षय रोगियों को पोषण आहार वितरण कार्यक्रम गुरूवार को जनपद के सभी 16 टीबी यूनिट में संचालित हुआ। जिसमें अधिकारिया,ें व्यापारियों, उद्यमियों, समाजसेवियों आदि ने 296 टीबी मरीजों को गोद लिया व सभी को पोषण पोटली भी दी। वही अपने कैम्प कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने चार टीबी मरीजों को गोद लिया व सभी को पोषण पोटली दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि आमजन, समाजसेवी, उद्यमी, व्यापारी, अधिकारी टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें अपनी ओर से पोषण पोटली उनके जल्दी स्वस्थ होने के लिए दे सकते हैं। यह एक जनहित व परोपकार का कार्य है। इसमें सभी को आगे आना चाहिए और ऐसा करने से प्रधानमंत्री जी के 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान को बल मिलेगा और हम सभी मिलकर इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ दिनेश कुमार ने बताया कि जनपद में 7730 टीबी मरीज है जिनमें से 1385 को अधिकारियों, उद्यमियों, व्यापारियों व समाजसेवियों आदि द्वारा गोद लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीबी मरीज को सरकार द्वारा पोषण आहार के लिए रूपए 500 प्रति माह दिया जाता है। उन्होंने बताया कि एक पोषण पोटली में 01 किग्रा भुना हुआ चना, 01 किग्रा सोयाबीन की बड़ी, 01 किग्रा सत्तू या परबल, 01 किग्रा गुड़ तथा आधा किलो प्रोटीन सप्लीमेंट (कॉम्प्लान या हॉर्लिक्स) दिया जाता है। जिसकी लागत करीब रुपए 500 से 600 रूपए के बीच आती है।
उन्होंने बताया कि गुरूवार को जनपद के सभी 16 टीबी यूनिट में टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें कुल 296 टीबी मरीजों को गोद लिया गया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने 04 टीबी मरीजों को गोद लिया। उन्होंने पूर्व में 01 मरीज को गोद लिया था अब उनके द्वारा कुल 05 मरीजों को गोद लिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी ने 01, अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों व स्वयं उनके द्वारा भी टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्य गुरूवार के कार्यक्रम में किया गया। इस अवसर पर अधिकारी व कर्मचारी आदि मौजूद रहे।