Homeलखनऊअयोध्या मंदिर परिसर में 19 नवंबर को होगा तीसरा मासिक सुंदरकांड पाठ

अयोध्या मंदिर परिसर में 19 नवंबर को होगा तीसरा मासिक सुंदरकांड पाठ

श्रीराम मंदिर परिसर में सैकड़ों सनातनी मातृशक्तियों ने किया सुंदरकांड

लखनऊ। “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल की अगुआई में बीते मंगलवार 15 अक्टूबर को अयोध्याजी में स्थापित भव्य राम मंदिर परिसर में द्वितीय सामूहिक सुंदरकाण्ड महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यह दूसरा ऐसा पावन अवसर था जब मासिक सुंदरकांड के तहत सैकड़ों की संख्या में उपस्थित सनातनी मातृशक्तियों ने सुंदरकांड का पाठ कर विश्व कल्याण और मानव उत्थान के लिए अनुष्ठान किया।
बुधवार को लखनऊ लौटकर आईं सपना गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि यह अवसर दशहरा पर्व का था इसलिए इस अनुष्ठान के माध्यम से संदेश दिया गया कि बुराई चाहे जितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंत में सत्य और धर्म की ही जीत होती है।
रावण का अंत इस बात का साक्ष्य है कि अधर्म और अहंकार का अंत होकर रहता है। ऐसे पावन अवसर पर हुए विशेष रूप से मंगलवारीय सामूहिक सुंदरकांड की गूंज ने, मंदिर परिसर में आए हजारों भक्तों का भी ध्यानाकर्षण कर उन्हें भी सुंदरकांड के नियमित पाठ के लिए प्रेरित किया।
इस बार बनारस, लखनऊ, बाराबंकी सहित अन्य शहरों की मातृशक्तियों ने इसमें उत्साह के साथ सहभागिता करते हुए सरस भजनों का भी आनन्द लिया। इस अवसर पर सपना गोयल सहित अन्य आगंतुकों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का आशीर्वाद भी हासिल हुआ।
सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल के अनुसार सुंदरकांड के नियमित पाठ से केवल सनातनियों का ही नहीं बल्कि हर समाज के अनुयायियों का कल्याण सम्भव है। सुंदरकांड के पाठ में सुंदर विश्व की कामना का भाव निहित है। उन्होंने दुर्गोत्सव के अवसर पर देश की सनातनी मातृशक्तियों का आवाह्न किया कि वह अपनी शक्ति को पहचाने और देवी मां की भांति समाज की रक्षा के लिए संकल्पित हों।
सपना गोयल के अनुसार प्रतिदिन सुंदरकांड के पाठ और सप्ताह में दो बार, मंगलवार और शनिवार को नजदीक के मंदिर में सामूहिक सुंदरकांड करने से उनके परिवार का ही नहीं समाज का भी उत्थान होगा। उनके अनुसार भारत वर्ष, देवों द्वारा निर्मित है।
भरत की भूमि और ऋषि मुनियों की जन्मस्थली है। ऐसे में वह सतत प्रयास कर रही हैं कि भारत को उसका पुराना वैश्विक गौरव प्राप्त हो और भारत दोबारा विश्वगुरु बने। उन्होंने बताया कि अयोध्याजी जन्मभूमि परिसर में मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक “मासिक सुंदरकाण्ड पाठ” का सिलसिला 11 सितम्बर से शुरू हो गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से लखनऊ की “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल को इसका दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही संकल्प के अनुसार जल्द ही अयोध्याजी में पांच हजार मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकांड पाठ का वृहद आयोजन भी किया जाएगा।
सपना गोयल द्वारा बिना किसी सरकारी या निजी सहयोग के, बीते 10 मार्च को महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच हजार से अधिक मातृशक्तियों द्वारा लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सामूहिक सुंदरकांड का भव्य अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया था। सामूहिक सुंदरकांड का अभियान राष्ट्रीय स्तर पर वृहद रूप में निरंतर संचालित किया जा रहा है।
इसके तहत नैमिषारण्य तीर्थ और उत्तराखंड कोटद्वार के प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर सिद्धबली परिसर में भी सामूहिक सुंदरकांड पाठ का अनुष्ठान, सफलतापूर्वक आयोजित करवाया जा चुका है। इस क्रम में हरिद्वार तीर्थ में भी यह आयोजन किया जाना है। यह अभियान देश ही नहीं विदेशों तक में संचालित किया जा रहा है।

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