लखनऊ। इप्सेफ पब्लिक सर्विस इम्प्लाईज फेडरेशन (इप्सेफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी0पी0 मिश्र एवं महामंत्री प्रेमचन्द्र ने वित्तमंत्री के बजट भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री को पत्र भेजकर कई बार मांग की थी कि पुरानी पेंशन बहाली, राष्ट्रीय वेतन आयोग का गठन एवं आउटसोर्सिग/संविदा/आंगनबाड़ी कार्यकत्री की सेवा सुरक्षा, न्यूनतम वेतन एवं विनियमतीकरण व आयकर सीमा बढ़ाने पर निर्णय नहीं किया गया।
इसके लिए आन्दोलन भी किया गया, परन्तु भारत सरकार ने कर्मचारियों की पीड़ा को नहीं सुना, इसलिए दो अक्टूबर को गांधी की जयन्ती पर उनके आदर्शों पर सभा करके नाराजगी व्यक्त की जायेंगी और आगे भी सत्याग्रह जारी रहेगा।
राष्ट्रीय सचिव अतुल मिश्र ने कहा है कि भीषण महंगाई से कर्मचारी 2 जून की रोटी, बच्चों की शिक्षा-दीक्षा एवं दैनिक खर्चे की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है। वही दूसरी तरफ़ कॉर्पोरेट जगत को लाभ प्रदान किया गया है । इसलिए आन्दोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं दिखता हैै। इप्सेफ के नेताओं ने पुनः प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री से इप्सेफ की मांगों पर सार्थक निर्णय करने की अपील की है।