मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के डॉ. शुभम मिश्रा ने रिसर्च पेपर प्रेजेंटेशन में सेकेंड अवार्ड प्राप्त किया। वह ओरल और मैक्सिलोफेसियल सर्जरी के पीजी फाइनल ईयर के स्टुडेंट्स हैं। एसोसिएशन ऑफ ओरल और मैक्सिलोफेसियल सर्जरी-एओएमएसआई की ओर से इम्प्लांटोलॉजी एंड बियोंड पर अशोका रिसोर्ट, देहरादून में दो दिनी 5वें वार्षिक राज्य सम्मेलन में डॉ. मिश्रा ने मैंडिबुलर पोस्टीरियर स्वेलिंग्स- ए डायग्नोस्टिक डेलीमा पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया। एओएमएसआई के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) भगवान दास राय ने डॉ. शुभम मिश्रा को सर्टिफिकेट्स देकर सम्मानित किया। इस राज्य सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उत्तराखंड के गवर्नर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमित सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, दंत चिकित्सक लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला रहे हैं। नवीनतम तकनीक का प्रयोग करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए, उपचार और प्रत्यारोपण आम आदमी की पहुंच में होने चाहिए।
कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों के 150 डेंटल सर्जन्स ने शिरकत की। डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रदीप तांगडे, वाइस प्रिंसिपल डॉ. अंकिता जैन, एचओडी डॉ. नंदाकिशोर डी. बोले, डॉ. शुभम मिश्रा को सेकेंड अवार्ड मिलना टीएमयू डेंटल के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। डॉ. शुभम मिश्रा ने अपने रिसर्च पेपर में खुलासा किया, गालों की सूजन को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह सामान्य सूजन से लेकर कैंसर सरीखा रोग भी हो सकता है। इसका ट्रीटमेंट करते समय गहन जांच की दरकार है। उल्लेखनीय है, डॉ. शुभम की ई-बुक नामचीन प्रकाशक लैम्बर्ट से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इन ओरल एंड मैक्सिलोफेसियल सर्जरी भी प्रकाशित हो चुकी है। यह प्रकाशक उच्च शैक्षणिक क्षेत्र में वैश्विक स्तर की पुस्तकें प्रकाशित करता है। साथ ही आधा दर्जन कॉन्फ्रेंस में प्रतिभाग कर चुके हैं। एओएमएसआई के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) भगवान दास राय भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज और रिसर्च सेंटर के प्रो. डॉ. सचिन देव ने कॉम्प्लेक्स टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट समस्याओं वाले रोगियों में सीरम पोषण की कमी पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ. देव के अब तक चार रिसर्च पेपर्स के संग-संग दो पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।